प्यार शायरी ( Love Shayari Quotes SMS )
नशीली आँखो से आप जब हमें देखते हैं,
हम घबरा कर आँखें झुका लेते हैं,
कौन मिलाए इन आँखो से आँखें,
सुना है आप आँखो से अपना बना लेते हैं.
प्यार शायरी ( Love Shayari Quotes SMS with 3D hd images)
गम ने हसने न दिया, ज़माने ने रोने न दिया!
इस उलझन ने चैन से जीने न दिया!
थक के जब सितारों से पनाह ली!
नींद आई तो तेरी याद ने सोने न दिया!
मैंने अपनी हर एक सांस तुम्हारी गुलाम कर रखी हैं ..
लोगो मैं ये ज़िन्दगी बदनाम कर रखी हैं ..
अब ये आइना भी क्या काम का मेरे …
मैंने तौ अपनी परछाई भी तुम्हारे नाम कर रखी हैं ….
तेरी आवाज़ की शहनाइयों से प्यार करते हैं…..
तस्सवुर मैं तेरे तन्हाईओं से प्यार करते हैं …..
जो मेरे नाम से तेरे नाम को जोड़े ज़माने वाले …
अब हम उन चर्चों से अब प्यार करते हैं …
बेताब तमन्नाओ की कसक रहने दो!
मंजिल को पाने की कसक रहने दो!
आप चाहे रहो नज़रों से दूर!
पर मेरी आँखों में अपनी एक झलक रहने दो!
इल्तिजा हे सिर्फ तुझे पाने कि,
और कोई हसरत नहीं हे तेरे दीवाने कि,
शिकवा मुझे तुजसे नहीं खुदा से हे,
क्या ज़रूर थी तुजे इतना खूबसूरत बनाने कि
अपने लफ़्ज़ों से चुकाया है किराया इसका,
दिलों के दरमियां यूँ मुफ्त में नहीं रहती,
साल दर साल मै ही उम्र न देता इसको,
तो ज़माने में मोहब्बत जवां नहीं रहती…
दिल का रिश्ता है हमारा दिल के कोने में नाम है तुम्हारा
हर याद मैं है चेहरा तुम्हारा हम साथ नहीं तो क्या हुआ
ज़िन्दगी भर प्यार निभाने का वादा है हमारा ….
किसी के दिल में बसना कुछ बुरा तो नही;
किसी को दिल में बसाना कोई खता तो नही;
गुनाह हो यह ज़माने की नजर में तो क्या;
यह ज़माने वाले कोई खुदा तो नही!
कोई शायर तो कोई फकीर बन जाये;
आपको जो देखे वो खुद तस्वीर बन जाये;
ना फूलों की ज़रूरत ना कलियों की;
जहाँ आप पैर रख दो वहीं कश्मीर बन जाये।
जब भी तेरे बिना रात होती हैं …..
दीवारों से अक्सर बात होती हैं ………
सन्नटा पूछता हैं हमारा हाल हम से ……
और बस तेरे नाम से ही शुरुआत होती हैं …..
किसी के दिल मैं बसना बुरा तो नहीं …
किसी को दिल मैं बसाना खता तो खता तो नहीं …
है, ये ज़माने के नज़र मैं बुरा तो क्या हुआ ..
ज़माने वाले भी इंसान हैं कोई खुद तो नहीं
ज़िन्दगी हसीन है , ज़िन्दगी से प्यार करो …..
हो रात तो सुबह का इंतज़ार करो …..
वो पल भी आएगा, जिस पल का इंतज़ार हैं आपको….
बस रब पर भरोसा और वक़्त पे ऐतबार करो ….
हमारे बिन अधूरे तुम रहोगे,
कभी चाहा था किसी ने,
तुम ये खुद कहोगे,
न होगे हम तो किसी ने ,
तुम ये खुद कहोगे,
मिलेगे बहुत से लेकिन
कोई
हम सा पागल ना होगा.
आपकी जुदाई भी हमें प्यार करती हैं …
आपकी याद बहुत बेकरार करती हैं ..
जाते जाते कहीं भी मुलाकात हो जाये आप से …
तलाश आपको ये नज़र बार बार करती हैं …
उनकी मोहब्बत का अभी निशान बाकी हैं …
नाम लब पर हैं मगर जान अभी बाकी हैं ……
क्या हुआ अगर देख कर मूंह फेर लेते हैं वो….
तसल्ली हैं कि अभी तक शक्ल कि पहचान बाकी हैं …
एक सच्चा दिल सब के पास होता हैं ! ,
फिर क्यों नहीं सब पे विश्वास होता हैं !!
इंसान चाहे कितनो भी आम हो….!
वो किसी न किसी के लिए जरुर खास होता हैं !!
जब आंसू आए तो रो जाते हैं,
जब ख्वाब आए तो खो जाते हैं,
नींद आंखो में आती नहीं,
बस आप ख्वाबो में आओगें,
यही सोच कर सो जाते हैं.
इश्क दो जिंदगी का अफसाना हैं !
इश्क का अपना ही एक तराना हैं !!
पता हैं सब को मिलेंगे सिर्फ आंसू !
पर न जाने दुनियाँ में हर कोई क्यूँ
इश्क का ही दीवाना हैं !!
नज़र जिसको तरसती हैं वो
चेहरा नहीं मिलता बुत मिलते हैं
फिर कोई तुझ सा नहीं मिलता किसे देखूं
किसे चाहूँ किसे अपना समझूं
जहाँ की इस भीड़ मैं कोई अपना नहीं मिलता
कोई अच्छा लगे तो उनसे प्यार मत करना;
उनके लिए अपनी नींदे बेकार मत करना;
दो दिन तो आएँगे खुशी से मिलने;
तीसरे दिन कहेंगे इंतज़ार मत करना!
वो नादाँ हैं जो पत्थर के क़िलों में क़ैद रहते हैं,
मैं शीशा होके पत्थर तोड़ने का शौक रखता हूँ
अगर तुम न होते तो गज़ल कौन कहेता,
तुम्हरे चहेरे को कमल कौन कहेता,
ये तो करिश्मा है मोहोब्बत का,
वरना पथ्थर को ताज महल कौन कहेता ?
गुलसन है अगर सफ़र जिंदगी का,
तो इसकी मंजिल समशान क्यों है?
जब जुदाई है प्यार का मतलब,
तो फिर प्यार वाला हैरान क्यों है?
अगर जीना ही है मरने के लिए,
तो जिंदगी ये वरदान क्यों है?
जो कभी न मिले उससे ही लग जाता है दिल,
आखिर ये दिल इतना नादान क्यों है?
कुछ रिश्ते अनजाने में हो जाते हैं !
पहले दिल फिर जिंदगी से जुर जाते हैं !!
कहते हैं उस दौर को दोस्ती….!
जिसमे लोग जिंदगी से भी प्यारे हो जाते हैं !!
एक सच्चा दिल सब के पास होता हैं !
फिर क्यों नहीं सब पे विश्वास होता हैं !!
इंसान चाहे कितनो भी आम हो….!
वो किसी न किसी के लिए जरुर खास होता हैं !!
तुझसे प्यार का हुआ कुछ अंजाना अंजाम मशहूर
ना हो पाए पर हो गए बदनाम बहने लगा है
लहू अब तो दिल से मेरे बहता रहे तेरी याद मे ये उम्र तमाम
बुझ ना जाए समय के साथ ये शोला अपने सांसो से
ये आग जलाए रखना इश्क़ तुम से है कितना आज
है बताना अपने दर पे यों नज़रें लगाए रखना
जब भी उसके नाज़ुक बदन को छूता हूं समंदर की लहरों सा
महसूस करता हूं छुई मुई सी है मानो वह
मेरी जानम एक छुवन से उसके मुरझाने से डरता हूं
हर शख्स को दिवाना बना देता है इश्क,
जन्नत की सैर करा देता है इश्क,
दिल के मरीज हो तो कर लो महोब्बत,
हर दिल को धड़कना सिखा देता है इश्क
चाहत में जिस की जमाने को भुला रखा है,
ये मालुम नहीं किसे उसने दिल में बसा रखा है,
ये मालुम है की वो आसमाँ है और मै जमीन,
फिर भी आँखों में उसी का सपना सजा रखा है।
दौलत ना शौहरत ना कोई हूर की चाहत है…
यही पैगाम जहां को मेरे नाम कर देना…
“दोस्तों” मिलें तुम्हे ज़िन्दगी में बेशुमार खुशियाँ…
बस कतरा-ए-मौहब्बत ही मेरे नाम कर देना..
उसके साथ रहते रहते हमें चाहत सी हो गई,
उससे बात करते करते हमें आदत सी हो गई,
एक पल भी ना मिले तो नज़रे बेचैन सी रहती है,
दोस्ती निभाते निभाते हमें महोब्बत सी हो गई..
आपकी निगाहो से काश कोई इशारा होता,
ज़िंदगी मे मेरी जान जीने का सहारा होता.
फ़ना कर देते हम हर बंधन ज़माने के,
आपने एक बार दिल से पुकारा होता.
ज़रूर तरो की भी कहानी होगी,
चाँद की दुनिया भी सुहानी होगी,
यू ही नही है आसमान इतना खूबसूरत,
ज़रूर वो भी किसी के प्यार की निशानी होगी.
निगाहे मिले जाए तो इश्क़ हो जाता हे,
पलखे उठे तो इज़हार हो जाता हे,
ना जाने क्या नशा हे मोहब्बत मे,
के कोई अंजान भी ज़िंदगी का हक़दार हो जाता हे.
कुछ लोग हमें तभी याद करते हैं जब उन्हें हमारी जरुरत होती है!
इस बात का हमें कभी बुरा नहीं मानना चाहिए,
बल्कि खुश होना चाहिए,
क्योंकि हम उस दीपक की तरह है,
जिसे लोग अँधेरा महसूस होने पर उजाले के लिए याद करते हैं!
कहते हैं लोग खुदा की इबादत है;
ये मेरी समझ में तो एक जहालत है;
चैन न आए दिल को,
रात जाग के गुजरे;
जरा बताओ दोस्तों क्या यही मोहब्बत है।
गिराकर बिजली दिल पर,
वो दामन बचा लेते हे,
नज़रो से कतल करके वो नज़रे ही चुरा लेते हे.
दिल यूँना कभी उदास होता जो कोई
अपना हमारे पास होता यूँ तो हमने
साथ दिया अक्सर अपनों का पर
काश किसी को हमारी तन्हाई का एहसास होता
हम ने मोहब्बत के नशे में आ कर उसे खुदा बना डाला,
होश तब आया जब उस ने कहा कि खुदा किसी एक का नहीं होता।
शाम के बाद मिलती है रात,
हर बात में समाई हुई है तेरी याद.
बहुत तनहा होती ये जिंदगी,
अगर नहीं मिलता जो आपका साथ. .
ओस की बूंदे है,
आंख में नमी है,
ना उपर आसमां है
ना नीचे जमीन है
ये कैसा मोड है
जिन्दगी का जो लोग खास है
उन्की की कमी हैं
फूल जब माँगते है बरसो से दुआ
तब बहारो की काली खिलती है,
तुम तो आई हो कही जन्नत से ऐसी
महबूबा ज़माने मे कहा मिलती है.
चाँद भी सूरज कि ही किरण से चमकता हे,
और फूल खिलने के बाद हे महेकता हे,
प्यार करने वाले कहते नहीं,
पर उनकी आँखों से प्यार छलकता हे.
कोई हमसे कभी मिला नही और याद दिला गया कोई,
बात कभी की ही नही और खवाब दे गया कोई,
सिर्फ़ कोई हमे इतना ही बता दे की,
ये पागलपन हे या हमारा दिल चुरा ले गया कोई.
तुम दिल से हमें यों पुकारा न करो,
यों तुम हमें इशारा न करो,
दूर हैं तुमसे ये मज़बूरी है हमारी,
तुम तनहाइयों में यूँ तडपाया ना करो .......
नाराज़गी भी मोहब्बत की बुनियाद होती हे,
मुलाक़ात से भी प्यारी किसी की याद होती हे,
मोहब्बत मे कभी कोई फासला नही होता,
क्यू की दिल की दुनिया तो सपनो से भी अच्छी होती हे.
मुझसे अक्सर वो एक ही सवाल पूछती है
तुम मुझे इतना प्यार क्यूँ करते हो.?
कोई जा कर बता दे उनको की,
ज़िंदगी भला किस को प्यारी न्ही होती..??
अगर दिल कि आवाज़ में इतना असर हो जाए,
के हम जिसे याद करते हे उसे हमारी खबर हो जाए,
रब से सिर्फ एक दुआ हे हमारी,
के आप जिस को भी चाहे वो आप का हमसफ़र बन जाए.
तेरी दोस्ती की इंतेहा देखना चाहता हूँ
एक तेरा दिल जीतना के लिए
इस ज़िंदगी से हारना चाहता हूँ
डूबा हूँ अपने आँसुओ के समंदर मे
फिर भी शायद वो तेरा प्यार ही है
जिससे अपनी प्यास बुझाना चाहता हूँ.
तुझसे मिलने की बेताबी का वो अंजाम कैसे भुला दूँ,
तेरे लवो की हँसी और आँखों की जाम कैसे भुला दूँ,
दिल तो हमारा भी तड़पता हैं तेरा साथ पाने को,
पर इस जहाँ के रस्मो-रिवाज कैसे भुला दूँ.
वो लाख तुझे पूजती होगी,
तू खुश न हो ए खुदा..!!
वो मंदिर भी जाती है
तो मेरी गली से गुजरने के लिये..!!!
सोचता हूँ कि अब तेरे दिल में उतर कर देखूं;
कौन है वहां,
जो मुझको तेरे दिल में बसने नहीं देता!
आँखों में हया हो तो पर्दा दिल का ही काफी है;
नहीं तो नक़ाब से भी होते हैं, इशारे मोहब्बत के।
अपने दिल के सनमखाने के हर जर्रे पे आँसुओं से
तेरे नाम लिखे हैं हमने ये ख़ामोशी और दर्द के
अफ़साने कोरे कागज़ पे सजाए हैं हमने
हर शख्स को दिवाना बना देता है इश्क,
जन्नत की सैर करा देता है इश्क,
दिल के मरीज हो तो कर लो महोब्बत,
हर दिल को धड़कना सिखा देता है इश्क ..
ज़िंदगी मे हमने वक़्त से बहोत वफ़ा कर ली,
पर वक़्त हमसे बेवफ़ाई कर चला गया.
कुछ हमारे नसीब बुरे थे,
तो कुछ लोगो का हमसे मन भर गया.
जिसने हमे खोया, वो क्या पायेंगे फिर जन्नत मै,
जिसने हमे खोया, वो क्या पायेंगे फिर जन्नत मै....
फिर दुवा भी मांगेंगे वो हमसे मिलने कि,
हम मिल ना पायेंगे मन्नत मै....
मोहब्बत सी हो गई है रातों से,
अब फोन पे रात कटती हैँ बातों से !!!!
जो इश्क़ करता हे उन्हे कोई माफ़ नही करता,
कोई भी उनके साथ इंनसाफ़ नही करता,
सब लोग इश्क़ को पाप कहते हे,
पर कोई ऐसा नही जो ये पाप नही करता.
ज़िंदगी एक फूल है और..
मोहब्बत उस का शहेद प्यार एक दरिया है,
और महबूब उसकी सरहद.
मोहब्बत ऐसी थी कि उनको दिखाई न दी!
चोट दिल पर थी इसलिए दिखाई न गयी!
चाहते नहीं थे उनसे दूर होना पर!
दुरिया इतनी थी कि मिटाई न गयी!
आप हस्ते हो तो खुशी हमे होती हे,
आपकी नाराज़गी से आँखे मेरी रोती हे,
आपकी दूरी से बैचाईन हम होते हे,
महसुस जब करोगे पता चलेगा मोहब्बत ऐसी होती हे.
रिश्तों का धागा इतना कच्चा नहीं होता;
किसी का दिल तोड़ना अच्छा नहीं होता;
प्यार तो दिल की आवाज़ है;
कौन कहता है एक तरफ़ का प्यार सच्चा नहीं होता।
उनके जैसा सच्चा मोती पूरे समुंदर मे नही हे,
वो चीज़ माँग रहे हो जो हमारी किस्मत मे नही हे,
किस्मत मे लिखा हुवा तो मिल जाएगा मेरे खुदा,
पर वो चीज़ हमे अदा करो जो किस्मत मे नही हे.
क्यों किसी से इतना प्यार हो जाता है!
एक पल का इंतज़ार भी दुश्वार हो जाता है!
लगने लगते है अपने भी पराये!
और एक अजनबी पर ऐतबार हो जाता है!
मुहब्बत का इम्तिहान आसान नहीं!
प्यार सिर्फ पाने का नाम नहीं!
मुद्दतें बीत जाती हैं किसी के इंतज़ार में!
ये सिर्फ पल-दो-पल का काम नहीं!
कुछ चेहरे भुलाए नहीं जाते;
कुछ नाम दिल से मिटाए नहीं जाते;
मुलाक़ात हो न हो, अय मेरे यार;
प्यार के चिराग कभी बुझाए नहीं जाते।
मै बेवफा नही बस यूँही बदनाम हो गया ,
लाखों चाहने वालिया है किस किस से वफ़ा करो
किसी की यादे हर पल मेरे पास रहेती हे,
बहोत वक़्त से आँखे उदास रहेती हे,
चला गया वो पर दिल को यकी नही हे,
नही पता क्यू उनसे मिलने की अभी आस रहेती हे.
दिल कि बाते आते आते लबो पर क्यों रुक जाती हे,
फिर भी तेरी नज़र जानेमन हर बात केह जाती हे.
यूँ ही मौसम की अदा देखकर याद आया है,
किस क़दर जल्द बदल जाते हैं इंसान, जाना|
कोई ठुकरा दे तू हंस के सह लेना;
मोहब्बत की ताबित में ज़बरदस्ती नहीं होती!
न मुसकाराने को जी चाहता है,
न आसु बहाने को जि चाहता है लिखे तो क्या लिखे
तेरी याद में तेरे पास लौटने को जि चाहता है।।
प्यार आ जाता है आँखो मे रोने से पहले,
हा खाव्ब टूट जाता है सोने से पहले,
इश्क़ है गुनाह ये तो समाज़ गये,
काश कोई रोक लेता प्यार होने से पहले.
दिल में प्यार का आगाज हुआ करता है;
बातें करने का अंदाज हुआ करता है;
जब तक दिल को ठोकर नहीं लगती;
सबको अपने प्यार पर नाज हुआ करता है!
किसी की क्या मजाल थी;
जो हमें खरीद सकता;
हम तो खुद ही बिक गये;
खरीददार देख के।
हमें नहीं पता वो लोग क्यों धीरे से दिल में बस जाते हे,
जिन लोगो से कभी किस्मत के सितारे नहीं मिलते.
तुम राह में चुप-चाप खड़े हो तो गए हो;
किस-किस को बताओगे घर क्यों नहीं जाते।
सबने कहा इश्क़ दर्द है,
हमने कहा ये दर्द काबुल है,
सबने कहा इस दर्द के साथ जी नही पाओगे,
हमने कहा इस दर्द के साथ मरना कबुल है.
प्यार किया है प्यार करेंगे,
ज़िंदगी भर तेरा इंतज़ार करेंगे,
अगर छोड़ दिया तूने तो,
यहा खड़े मौत का इंतज़ार करेंगे.
ज़ख़्म बन जाने की आदत हे उन्हे,
रुलाकर मुस्कुराने की आदत हे उन्हे,
जब मिलेंगे तब बहोत रुलाएँगे उन्हे,
सुना हे रोते हवे लिपट जाने की आदत हे उन्हे.
तुम्हें नींद नहीं आती तो कोई और वजह होगी;
अब हर ऐब के लिए कसूरवार इश्क तो नहीं।
इश्क़ ने हमें बेनाम कर दिया;
हर ख़ुशी से अनजान कर दिया;
हमने कभी नहीं चाहा कि हमें इश्क़ हो;
पर उनकी एक नज़र ने हमें नीलाम कर दिया।
कभी किसी को इश्क़ मे तड़प्ता मत रखना,
ये सोचकर के उसके पास कुछ नही तूमे देने को,
पर ये सोच उसका साथ निभाते रहेना की,
उसके पास कुछ नही तुम्हारे सिवा खोने को.
मेरे इन होंठों पर तेरा नाम अब भी है;
भले छीन ली तुमने मुस्कुराहट हमारी।
उस एक चेहरे ने हमें तन्हा कर दिया वरना;
हम तो अपने आप में ही एक महफ़िल हुआ करते थे।
इतना डरते हो तुम रुसवाई से,
क्यूँ दाग दामन पे सजाया था.
क्यो कदम रखे थे हमारी महफ़िल में,
क्यूँ इस तवायफ़ से दिल लगाया था.
तपिश सूरज की होती है,
जलना ज़मीन को परता है,
क़ुसूर आँखों का होता है,
तडपना दिल को पडता है.
होती नही मोहब्बत सूरत से,
मोहब्बत तो दिल से होती है,
सूरत उनकी खुद से अच्छी लगने लगी है,
कदर जिनकी दिल से होती है.
तेरे प्यार का सिला हर हाल में देंगे,
खुद भी मांगे तो ये दिल को ताल देंगे,
अगर दिल ने कहा तुम बेवफा हो,
तो इस दिल को भी सीने से निकल देंगे.
वो आँखे हे नही हे जिसमे नूर नही हे,
आप हमसे दूर हो हमे मंज़ूर नही हे,
सिर्फ़ एक बार आप को देखु आरज़ू हे मेरी,
आज़ा ओ अगर आने से आप मंज़ूर नही हे .
कभी-कभी ऐसा भी होता है!
प्यार का असर जरा देर से होता है!
आपको लगता है हम कुछ नहीं सोचते आपके बारे में!
पर हमारी हर बात में आपका ही जिक्र होता है
हाँ! मुझे रस्म-ए-मोहब्बत का सलीक़ा ही नहीं;
जा! किसी और का होने की इजाज़त है तुझे।
गुलाब की महक भी फीकी लगती है,
कौन सी खुश्बू मुज़मे बसा गयी हो तुम,
ज़िंदगी है क्या तेरी चाहत के सिवा,
यह कैसा ख्वाब आँखो को दिखा गयी हो तुम.
खुशी से दिल को आबाद करना,
और गम को दिल से आज़ाद करना,
हमारी बस इतनी गुज़ारिस है की,
हमे भी दिन मे एक बार याद करना.
कुछ रिस्ते आनजेन मे बान जाते है,
पहले दिन ही जिंदगी से जड जाते है,
कहते है उस रिस्ते को दोस्ती,
जिसमे दिल से दिल ना जाने कब मिल जाते है.
करीब इतना रहो के रिश्ता मे प्यार रहे,
डोर भी इटनही रहें की आने का इंतेज़ार रहे,
रखो उम्मीद रिश्तो के दरमियाँ इतनी,
की टूट जाए उम्मीद मगर रिश्ते बरकरार रहे.
फ़िज़ा ओ का मौसम जाने पर बहारो का मौसम आया,
गुलाब से गुलाब का रंग तेरे गालो पर आया.
मैं क़ाबिल-ए-नफ़रत,
हूँ तो छोड़ दो मुझको;
मगर यूं मुझसे
दिखावे की मोहब्बत ना किया करो।
यु तो बीत ने को पूरी उम्र बीत जाती हे,
करना हो इंतज़ार तो दुरी एक पल कि सताती हे.
मोहब्बत के बाद मोहब्बत मुमकिन तो है;
पर टूट कर चाहना सिर्फ एक बार होता है।
एक पल कि सताती हे.
किसी को दिल मे छुपाना कोई ग़लत तो नही,
किसी को दिल मे बसाना कोई ख़ता तो नही,
ये दुनियावालो की नज़र मे बुरा हे तो क्या हुवा,
दुनियावाले भी तो इंसान हे कोई खुदा तो नही.
हम तो अपनी तन्हाई से खफा हो कर
इश्क़ की तलाश मे निकल पड़ा,
पर हमे तो इश्क़ भी ऐसा मिला
जो और हमे तन्हा चला कर गया.
हमारे लिए उनके दिल मे की चाहत ना थी,
किसी अजनबी मे खुशी के लिए कोई दावत ना थी,
हमने दिल उनके पैरो पे रख दिया,
पर उसे कभी ज़मीन पे देखने की आदत ना थी.
आग दिल मे लगी जब वो खफा हुए,
महसूस हुआ तब, जब वो जुदा हुए,
कर के वफ़ा कुछ दे ना सके वो,
पर बहुत कुछ दे गये जब वो बेवफा हुए.
ये इश्क़ के घाव बहुत गहरे है;
दर्द भी देते हैं और भरते भी नहीं।
मुझे ही नहीं रहा शौक ए मोहब्बत वरना ,
तेरे शहर की खिड़कियां इशारे अब भी करती हैं ।
कितना प्यार है उनसे काश वो ये जान लें;
वो ही है ज़िंदगी मेरी ये बात मान लें;
उनको देने को नहीं कुछ पास हमारे;
बस एक जान है हमारी जब चाहे मांग लें!
दुनिया की भिड मे एक दुआ है हमारी,
जीस मे मांगी हर खुशी तुम्हारी,
जब भी आप मुस्कुरए अपने दिल से,
समझो दुआ कबुल है हमारी.
डुबो दे अपनी कश्ती को,
किनारा ढूँढने वाले,
ये दरिया-ए-मोहब्बत है,
यहाँ साहिल नहीं होता|
वो इस चाह में रहते है के हम उनको उनसे मांगे,
और हम इस गुरुर में रहते है के हम अपनी ही चीज़ क्यूँ मांगे?
जीवन एक ल़हर थी और आप साहिल थे,
क्या मालूम कैसे आप हमारे काबिल थे,
नही भूलेंगे उन हसीन लम्हो को,
जिस दिन आप हमारी ज़िंदगी मे शामिल थे.
लव शायरी ( Love Shayari )
आँखो से गिरा अश्क कोई उठा नही सकता,
तक़दीर में लिखा कोई मिटा नही सकता,
आप दिल की धड़कन है हमारी
और हमारी धड़कन को हमसे कोई चुरा नही सकता.
भर कर देखने को दिल चाहता है.
तेरे प्यार की हिफ़ाज़त कुछ इस्स तरहा से की मैने...!! . . की . .
जब कभी किसी ने प्यार से देखा तो नज़रैयन झुका लीन मैने..!!
मालूम नही कब पूरा होगा ये लम्हा इंतेज़ार का,
मालूम नही कब आएगी ये बहार प्यार की,
रहती हे अब तो तेरे आईने की उमीद,
कभी टूटने ना देना ये रिश्ता मोहब्बत का.
उजाले अपनी यादों के हमेशा ज़िंदगी के साथ रहने दो
ना जाने ज़िंदगी के किस मोड़ पर मोहब्बत की हसीन शाम हो जाए...
जिस कदर ज़मीन आसमान का मिलना मुमकिन नही ऐसी ही कुछ
सज़ा पा गयी हू तेरे प्यार में तो कर चलें मीस्सलें कायम
दूरियों की मे ज़िंदगी भर प्यासी रहूंगी और तुम युही बरसते रहना.
मोहब्बत ने हर गम सहना सीखा दिया,
मुस्कुराती आँखों को बहना सीखा दिया,
अक्सर महफ़िलों में गूँजती थी आवाज़ हुमारी,
ये प्यार है जिसने हूमें चुप रहना सीखा दिया.
इश्क ने मेरे दिल को इतना नाज़ुक कर दिया कि,
चोट तुजे लगती हे तो दर्द मुजे होता हे.
दीवाना क्या बताये इस दर्द का कैसा रिश्ता हे,
आँख तेरी रोती हे तो आसु मेरे निकलते हे.
जी तो करता है मेरे सामने तुम बैठी रहो
अपनी इन दर्द भरी आँखों से मुझे देखती रहो
मैं खुद डूब जाऊँ तेरी इन निगाहों में और तुम
खामोशी से मुझमे खोयी रहु .
अपनी हर शायरी मे तेरा नाम लिखते हैं,
अपनी हर साँस पे तेरा नाम लिखते हैं..
अगर यकीन नही तो आज़मा के देख लो,
तेरे सामने दिल खोल के तेरा नाम लिखते हैं..!
जब किसी को चाहो तो ये उम्मीद
मत करो की वो भी तुम्हे ही चाहे...
कोशिश करो तुम्हारी चाहत ऐसी हो की
उसे तुम्हारे सिवा किसी और की चाहत पसंद ना आए...!!
मेरे नगमो मेरे एहसास मे जलकते हो तुम,
मेरी धरकन मेरी शँसो मे महकते हो तुम,
तुम्हे इस कद्दर चाहते हे हम,
दिल की गहरायो मे महकते हो तुम.
दिल पे क्या गुज़री वो अनजान क्या जाने;
प्यार किसे कहते है वो नादान क्या जाने;
हवा के साथ उड़ गया घर इस परिंदे का;
कैसे बना था घोसला वो तूफान क्या जाने……………
हम कोई आंसु नही जो आँखो से फिसल जाए,
आपसे दूर होकर कहा चले जाएँगे,
जब दर्द देने वालो को कभी नही भूल पाए हम,
तो प्यार देने वालो को कैसे भुला पाएँगे.
दिल मे च्छूपी यादों से सवारू टुजे,
तू दिखे तो अपनी आँखो मे उतारू टुजे,
तेरे नाम को मेरे लाबो पर ऐसे सजाए रखू
सो भी जौ तो ख्वाबो मे पुकारू तुझे.
वो आया बनके बादल,
बरसा नही मगर होठों पे मेरी
उसकी प्यास किस तरह लिखू
गुम आज भी है
आस-पास किस तरह लिखू मिलते नही अल्फ़ाज़
कभी यादान ,कभी बातैन ,
कभी पिछली मुलाकतईं बहुत कुछ याद
बहुत कुछ याद आता ह तेरे याद से....
अंजन इस गम से कोई रह नही सकता,
कोई सबर कर्ट है तो कोई रह नही सकता,
मुहब्बत तो हर दिल को हो ही जाती है,
बस कोई इज़हार करता है तो कोई कह नही सकता.
आँखो से गिरा अश्क कोई उठा नही सकता,
तक़दीर में लिखा कोई मिटा नही सकता,
आप दिल की धड़कन है हमारी और
हमारी धड़कन को हमसे कोई चुरा नही सकता.
ना है हम को गम से प्यार ना है
अब किसी पे ऐतबार चलो चलें
अब इस जहाँ से ना रहा अब किसी का इंतेज़ार....
मैं तेरा कुच्छ भी नही मगर इतना तो बता, . . .
मुझको देख क तेरे ज़ह्न में आता क्या है....
मेरे वजूद मे काश तू उतार जाए मे देखु
आईना ओर तू नज़र आए,
तू हो सामने और वक़्त ठहर जाए,
ये ज़िंदगी तुझे यू ही देखते हुए गुज़र जाए..
आँखो मे रहने वालो को याद नही करते,
दिल मे रहने वालो से बात नही करते,
हमारी तो राह मे बस गये हो आप,
तभी तो हम मिलने की फरियाद नही करते.
जल जाते हैं मेरे अंदाज़ से मेरे दुश्मन,
क्यूंकी एक मुद्दत से
मैने ना मोहब्बत बदली और ना दोस्त बदले..!!
दिल के इश्स आँगन में पतझड़ का मौसम आया है,
जब भी पीछे मुड़कर देखा तुजको ही खड़ा पाया,
तन्हाई के इश्स आलम मे जाए तो जाए कहा,
आँखो से इश्क़ के रूप मे तेरा प्यार चालक आया है.
गुज़र गया वो वक़्त जब हम तुम्हारे तलबगार थे,
अब जिंदगी भी बन जाओ तो हम काबुल नही करेंगे....
कोई कहे इससे जादू की झप्पी,
कोई कहे इससे प्यार..
मौका खूबसूरत,
आ गले लग्जा मेरे यार..
जो रहते हैं दिल मे वो कभी जुड़ा नही होते,
कुच्छ एहसास दिल के लफ़ज़ो से बयान नही होते,
एक हसरत है की हम भी उनको मनाए कभी और एक वो हैं
के हमसे कभी खफा नही होते.
जो प्यार कर के हूमें बर्बाद करते हैं,
उनको कभी खुशियाँ कैसे मिलेगी,
हम तो उनको जी जान से चाहते हैं,
उनको हुंसे बाद दुआ कैसे मिलेगी!
खुश्बू की तरह आपके पास बिखर जौंगा,
सुकून बनकर दिल में उतार जौंगा.
महसूस करनेकी कोशिश कीजिए,
डोर होकर भी पास नज़र अवँगा…
चूमना क्या उसे आँखों से लगाना कैसा
फूल जो कोट से गिर जाए उसे उठाना कैसा
अपने होंतों की हरारत से जगाओ
मुझ को यून सदाओं से दम�ए�सुबाह जगाना कैसा..
तलाश मेरी थी और भटक रहा था वो,
दिल मेरा था और धारक रहा था वो प्यार का ताल्लुक़
बड़ा अजीब होता है प्यास मेरी थी और सिसक रहा था वो.
खुशबू की तरह आपके पास बिखर जाउगा
सुकून बनकर दिल में उतार जाउगा.
महसूस करनेकी कोशिश कीजिए,
डोर होकर भी पास नज़र आऊंगा …
सावन भी गुज़र जाएगा,
आँसू भी बिखर जाएगा एक बार जो तू आ जाए,
पतझड़ भी संवार जाएगा मेरे इश्क़ का चकोर
तो चंदा से जुड़ा हो गया अब तो
वो इस खिजन मे रोकर ही मर जाएगा .
अब जानेमन तू तो नहीं,
शिकवा-ए-गम किससे कहें या चुप रहें या रो पड़ें,
किस्सा-ए-गम किससे कहें मुझे देखते ही
हर निगाह पत्थर सी क्यूँ हो गई जिसे देख दिल हुआ उदास,
हैं आँखें नम,किससे कहेंसारी कायनात होगी…..
क्या खबर थी हमे के..
"मोहब्बत" हो जाए गी... .. ..
हमे तो बस...
तेरा "मुस्कुराना" अछा लगा था...
मोहब्बत है क नफ़रत है,
कोई इतना तो समझाए
कभी मैं दिल से लड़ती हों
कभी दिल मुझ से लड़ता है…!!
कितना खूबसूरत चाँद का चेहरा है,
उस पर शबाब का रंग बहुत गहरा है,
खुदा को यकीन ना था वफ़ा पर,
तभी तो एक चाँद पर हज़ारों तारों का पहरा है.
इत्तेफाकन मिल जाते हो जब तुम राह में कभी;
यूँ लगता है करीब से ज़िन्दगी जा रही हो जैसे!
तलाश कर देखो मेरी मोहब्बत को अपने दिल में,
दर्द हो तो साँझ लेना के मोहब्बत अब भी बाकी है..!
प्यार की तड़प को दिखाया नहीं जाता,
दिल मे लगी आग को बुझाया नहीं जाता,
लाख जुदाई हो मगर,
ज़िंदगी के पहले प्यार को भुलाया नहीं जाता.
साहिल पर खड़े-खड़े हमने शाम कर दी;
अपना दिल और दुनिया आप के नाम कर दी;
ये भी न सोचा कैसे गुज़रेगी ज़िंदगी;
बिना सोचे-समझे हर ख़ुशी आपके नाम कर दी।
अपने दिल के सनम खाने के हर जर्रे पे
आँसुओं से तेरे नाम लिखे हैं हमने ये ख़ामोशी
और दर्द के अफ़साने कोरे कागज़ पे सजाए हैं हमने
यूही आँखों से आँसू बहते नही,
किसी और को हम अपना कहते नही,
एक तुम ही हो जो रुक से गये हो ज़िंदगी में,
वरना रुकने के लिए हम किसी को कहते नही.
कौन कहता है हम उसके बिना मर जायेंगे
हम तो दरिया है
समंदर में उतर जायेंगे वो तरस जायेंगे
प्यार की एक बून्द के लिए हम तो बादल है प्यार के…
किसी और पर बरस जायेंगे|
रहता था बनके धड़कन वो शाकस
जिस दिल मे वो दिल नही है मेरे पास
किस तरह लिखू गुम आज भी है आस-पास
किस तरह लिखू मिलते नही अल्फ़ाज़
अब तुझे रोज़ ना सोचूँ तो मेरा दिल रत्ता है,
इक उमर हो गई है तेरी याद का नशा करती करती.
कभी नदी कभी सेहरा दिखाई देता है,
तुम्हारी आंकों में क्या क्या दिखाई देता है,
मैं क्या बताओन अभी कौन पास से गुज़रा,
हर एक चेहरा तुझ सा दिखाई देता है.
वो रात दर्द और सितम की रात होगी,
जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी,
उठ जाता हु मैं ये सोचकर नींद से अक्सर,
के एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी…..
हमे तो अब भी वो गुज़रा ज़माना याद आता है,
तुम्हे भी क्या कभी कोई दीवाना याद आता है,
हवाए तेज़ थी बारिश भी थी तूफान भी था
लेकिन तेरा ऐसे में भी वादा निभाना याद आता है.
ज़िंदगी मे सबसे ज़्यादा दर्द दिल टूटने पर नही
यकीन टूटने पर होता हैं. . .
क्योंकि . . .
हम जिस पर यकीन करते हैं उसी से दिल लगते हैं...
अब जानेमन तू तो नहीं,
शिकवा-ए-गम किससे कहें या चुप रहें या रो पड़ें,
किस्सा-ए-गम किससे कहें मुझे देखते ही
हर निगाह पत्थर सी क्यूँ हो गई
जिसे देख दिल हुआ उदास,
हैं आँखें नम,किससे कहें
कुछ तुमने कहा जो बातों बातों मई,
बेकरार दिल को सुकून आया है अभी अभी.
इस दिल में एक फूल खिला है अभी अभी,
मुझको तेरा पयाँ मिला है अभी अभी.
हम भूल जाते हैं उस के सारे सितम,
जब उस की थोरी सी मुहब्बत याद आती है...!!
अगर यूँ ही यह दिल सताता रहेगा,
तो इक दिन मेरा जी ही जाता रहेगा…
मई जाता हूँ दिल को तेरे पास छ्चोड़े,
यह मेरी याद तुझको दिलाता रहेगा.
प्रेमी-प्रेमिका शायरी ( Lovers Shayari )
“बिन देखे तेरी तस्वीर बना सकते हैं
बिन मिले तेरा हाल बना सकते है
हमारे प्यार में इतना दम है
की तेरे आसूं अपनी ऑख से गिर सकते हैं ”
“दीवाने है तेरे नाम के इस बात से इंकार नहीं
कैसे कहे कि तुमसे प्यार नहीं
कुछ तो कसूर है आपकी
आखों का हम अकेले तो गुनहगार नहीं ”
“आपकों प्यार करने से डर लगता है
आपकों खोने से डर लगता है
कहीं आखों से गुम ना हो जाये याद
अब रात में सोने से डर लगता है”
बहुत खूब सूरत है आखै तुम्हारी
इन्हें बना दो किस्मत
हमारी हमें नहीं चाहिये ज़माने की खुशियाँ अगर
मिल जाये मोहब्बत तुम्हारी
आपकी जुदाई भी हमें प्यार करती हैं …
आपकी याद बहुत बेकरार करती हैं ..
जाते जाते कहीं भी मुलाकात हो जाये आप से …
तलाश आपको ये नज़र बार बार करती हैं …
क्यों किसी से इतना प्यार हो जाता है!
एक पल का इंतज़ार भी दुश्वार हो जाता है!
लगने लगते है अपने भी पराये!
और एक अजनबी पर ऐतबार हो जाता है!
अपने दिल की बात उनसे कह नहीं सकते,
बिन कहे भी जी नहीं सकते,
ऐ खुदा! ऐसी तकदीर बना,
कि वो खुद हम से आकर कहे कि,
हम आपके बिना जी नही सकते.
एक आरज़ू सी दिल मैं अक्सर छुपाये फिरता हूँ …
प्यार करता हूँ तुझ से , पर कहने से डरता हूँ …
नाराज़ ना हो जाओ कहीं मेरी गुस्ताखी से तुम ….
इसलिए खामोश रह कर भी ,तेरी धड़कन को सुना करता हूँ
खोया हूं तुम्हारे खयालो मे जमाने का कोई होश नही
ना समझो मुझे तुम दीवाना इतना भी मै मदहोश नही
चला तेरा जादू कुछ ऐसा धडकन मेरी खामोश नही
नजरें बन गई अब तेरी मुझमें इनका आघोश नही
वो आपका पलके झुका के मुस्कुराना;
वो आपका नजरें झुका के शर्मना;
वैसे आपको पता है या नहीं हमें पता नहीं;
पर इस दिल को मिल गया है उसका नज़राना।
गुज़रे है आज इश्क के उस मुकाम से,
नफरत सी हो गयी है मोहब्बत के नाम से ।
“माना के मर जाने पर भुला दिए जाते है लोग ज़माने में.,
पर मैं तो अभी जिन्दा हूँ फिर कैसे उसने मुझे भुला दिया..??
आँखों को जब किसी की चाहत हो जाती है उसे
देख के ही दिल को राहत हो जाती है कैसे भूल सकता है
कोई किसी को ‘ऐ’ दोस्त जब किसी को किसी की
आदत हो जाती है मोहोब्बत कुछ इस कदर हो जाती है
उसे के रब से पहले उसकी इबादत हो जाती है
तुम्हारी ज़िद बेमानी है दिल ने हार कब मानी है
कर ही लेगा वश में तुम्हें आदत इसकी पुरानी है.
“आपकों प्यार करने से डर लगता है
आपकों खोने से डर लगता है
कहीं आखों से गुम ना हो जाये याद
अब रात में सोने से डर लगता है”
एक आरज़ू सी दिल मैं अक्सर छुपाये फिरता हूँ …
प्यार करता हूँ तुझ से , पर कहने से डरता हूँ …
नाराज़ ना हो जाओ कहीं मेरी गुस्ताखी से तुम ….
इसलिए खामोश रह कर भी ,तेरी धड़कन को सुना करता हूँ
वो आपका पलके झुका के मुस्कुराना;
वो आपका नजरें झुका के शर्मना;
वैसे आपको पता है या नहीं हमें पता नहीं;
पर इस दिल को मिल गया है उसका नज़राना।
“बिन देखे तेरी तस्वीर बना सकते हैं
बिन मिले तेरा हाल बना सकते है
हमारे प्यार में इतना दम है की
तेरे आसूं अपनी ऑख से गिर सकते हैं ”
गुज़रे है आज इश्क के उस मुकाम से,
नफरत सी हो गयी है मोहब्बत के नाम से ।
“माना के मर जाने पर भुला दिए जाते है लोग ज़माने में.,
पर मैं तो अभी जिन्दा हूँ फिर कैसे उसने मुझे भुला दिया..??
तुम्हारी ज़िद बेमानी है
दिल ने हार कब मानी है
कर ही लेगा वश में तुम्हें
आदत इसकी पुरानी है.
अपने दिल की बात उनसे कह नहीं सकते,
बिन कहे भी जी नहीं सकते,
ऐ खुदा! ऐसी तकदीर बना,
कि वो खुद हम से आकर कहे कि,
हम आपके बिना जी नही सकते.
क्यों किसी से इतना प्यार हो जाता है!
एक पल का इंतज़ार भी दुश्वार हो जाता है!
लगने लगते है अपने भी पराये!
और एक अजनबी पर ऐतबार हो जाता है!